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क्या पाकिस्तान 2029 से पहले 'ध्वस्त' हो जाएगा.?
इसका संक्षिप्त उत्तर है हाँ, हो जाएगा.
परंतु कैसे..❓
पाकिस्तान अब खुद की कब्र खोदने में जुटा है। ना सिर्फ़ उसकी साख ख़त्म हो चुकी है, बल्कि वो अपने घर को ही गिरवी रखकर जिंदा रहने की कोशिश कर रहा है।
28 अप्रैल को असीम मुनीर और शाहबाज़ शरीफ़ ने पाकिस्तानी संपत्तियाँ क्रिप्टो फंड को बेच दीं, और उसी दिन पाकिस्तान के बिखरने की उल्टी गिनती शुरू हो गई।
अब पाकिस्तान पूरी तरह आर्थिक टाइम बम पर बैठा है। उसका कर्ज़ जीडीपी का 74% पार कर चुका है, विदेशी मुद्रा भंडार बस 2 महीने का है और वो भी उधार का।
पाकिस्तानी रुपया बुरी तरह लुढ़क चुका है—
2017 में एक डॉलर के मुकाबले 100 पाकिस्तान रुपये था, अब 330 तक पहुंच गया।
महंगाई 37% के पार है और IMF से बार-बार कर्ज़ मांगकर पाकिस्तान अपनी साख खुद मिटा रहा है। पाकिस्तान ने अमेरिका के एक क्रिप्टो फंड से डील कर अपनी सरकारी संपत्तियाँ बेचनी शुरू कर दी हैं।
इससे IMF भी अब सख्त शर्तें थोप रहा है,
क्योंकि भारत की कूटनीति के कारण उसे अब 11 शर्तों का पालन करना होगा। पाकिस्तान अब बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ रहा, लेकिन यह डील उसे बर्बादी की ओर ले जाएगी।
इस डील से चीन बहुत नाराज है।
क्योंकि पाकिस्तान में चीन ने कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में पैसा लगाया है, अब उन्हें सीधा खतरा है। चीन को दरकिनार कर अमेरिका से डील करने की सजा चीन ने भी दे दी—पाकिस्तानी उप-प्रधानमंत्री का स्वागत चीन में एक छोटे अफसर ने किया।
संदेश साफ था—
अब पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
बलूच, सिंध, पश्तून और POK में आज़ादी की लहर तेज़ हो चुकी है। ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की सेना की कमर तोड़ दी है।
बलूचिस्तान पहले से ज्यादा उग्र हो चुका है, TTP के जरिए ख़ैबर पख़्तूनवा में भी हालात विस्फोटक हैं। तालिबान अब पाक सेना से दुश्मनी निभा रहा है और भारत से दोस्ती बढ़ा रहा है।
तालिबान अब काबुल नदी पर बांध बनाकर पाकिस्तान का पानी रोकने की योजना बना रहा है।
इसमें भारत की मदद भी लेने की बात चल रही है। साथ ही भारत ने सिंधु संधि खत्म कर पाकिस्तान की रीढ़ यानी उसकी कृषि व्यवस्था को भी चौराहे पर ला खड़ा किया है।
अब पाकिस्तान के अंदर अशांति और विद्रोह तेज़ी से बढ़ेगा। सिंध और POK अभी कमज़ोर हैं लेकिन जल्द ही बलूचिस्तान की राह पकड़ लेंगे। पाकिस्तान दुनिया के सबसे बड़े जल संकट वाले देशों में तीसरे नंबर पर है, और सिंधु संधि खत्म होते ही पहले नंबर पर हो गया है।
पाकिस्तान की हालत अब इतनी खराब है कि उसे बचाने के लिए अमेरिका ने अपने परमाणु हथियार तक वहीं छिपा रखे थे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब भारत ने अंदर घुसकर मारा तो इन बंकरों का राज़ भी खुल गया।
इससे अमेरिका तक घबरा गया....
अब सवाल भारत का है।
भारत को कुछ नहीं करना, पाकिस्तान खुद ही थाली में परोस कर देगा POK, बलूचिस्तान और KPK...
भारत सिर्फ वही करता रहे जो अभी कर रहा है—कूटनीतिक, आर्थिक और सैन्य दबाव।
पाकिस्तान अब समय की बात है, वो खुद अपने टुकड़े करेगा। बस भारत को संयम और निरंतरता बनाए रखनी है।
जो लोग पूछते थे कि पाकिस्तान से कब निपटा जाएगा, उन्हें अब जवाब मिल रहा है। पाकिस्तान टूट रहा है, और इस बार उसकी चीखें सबसे तेज़ उसके अपने ही गद्दारों के घरों से उठेंगी।